संवाद दो तरह के हो सकते हैं। एक संवाद होता है निष्प्रयोजन। दूसरा संवाद प्रयोजन से! संवाद दो तरह के हो सकते हैं। एक संवाद होता है निष्प्रयोजन। दूसरा संवाद प्रयोजन स...
सबके संग हँसते खेलते जीवन की सांझ भी आज हसीन लगने लगी है सबके संग हँसते खेलते जीवन की सांझ भी आज हसीन लगने लगी है
मैं तुम्हारे जितना करीब तब था.. अब भी ठीक उतना ही हूँ... और कल भी रहूंगा... मैं तुम्हारे जितना करीब तब था.. अब भी ठीक उतना ही हूँ... और कल भी रहूंगा...
वो-उफ्फ़ बीsssss! मै-सॉरी । वो-उफ्फ़ बीsssss! मै-सॉरी ।
यही शिव से अरदास है पर आपकी जगह कोई नहीं ले सकता। वह खाली की खाली है। यही शिव से अरदास है पर आपकी जगह कोई नहीं ले सकता। वह खाली की खाली है।
सरप्राइज पार्टी का वो मौका जो फुलवा के लिए सच में कुछ अलग था। सरप्राइज पार्टी का वो मौका जो फुलवा के लिए सच में कुछ अलग था।